aarambh hai prachand

Title:aarambh hai prachand Movie:Gulaal Singer:Piyush Mishra, Chorus Music:Piyush Mishra Lyricist:Piyush Mishra

English Text
देवलिपि


(आरम्भ है प्रचंड, बोले मस्तको के झुंड
आज जंग की घडी की तुम गुहार दो) - २
आन बान शान या की जान का हो दान
आज एक धनुष के बाण पे उतार दो
आरम्भ है प्रचंड, बोले मस्तको के झुंड
आज जंग की घडी की तुम गुहार दो
आन बान शान या की जान का हो दान
आज एक धनुष के बाण पे उतार दो
आरम्भ है प्रचंड...

(मन करे सो प्राण दे, जो मन करे सो प्राण ले
वही तो एक सर्व शक्तिमान है) - २
इश्र की पुकार है यह भागवत का सार है
की युद्ध ही तो वीर का प्रमाण है
कौरवो की भीड़ हो या पांडवो का नीड़ हो
जो लड़ सका है वो ही तो महान है

जीत की हवास नहीं, किसी पे कोई वश नहीं
क्या ज़िन्दगी है ठोकरों पे मार दो
मौत अंत है नहीं तो मौत से भी क्यों डरे?
यह जाके आसमान में दहाड़ दो
आरम्भ है प्रचंड, बोले मस्तको के झुंड
आज जंग की घडी की तुम गुहार दो
आन बान शान या की जान का हो दान
आज एक धनुष के बाण पे उतार दो
आरम्भ है प्रचंड…

(हो दया का भाव या की शौर्य का चुनाव
या की हार का वो घाव तुम ये सोच लो) - २
या की पूरे भाल भर जला रहे विजय का लाल
लाल यह गुलाल, तुम यह सोच लो
रंग केसरी हो या मृदंग केसरी हो या की
केसरी हो लाल तुम ये सोच लो..

जिस कवी की कल्पना में ज़िन्दगी हो प्रेम गीत
उस कवी को आज तुम नकार दो
भीगती नसों में आज, फूलती रगों में आज
आग की लापत का तुम बघार दो
आरम्भ है प्रचंड, बोले मस्तको के झुंड
आज जंग की घडी की तुम गुहार दो
आन बान शान या की जान का हो दान
आज एक धनुष के बाण पे उतार दो
(आरम्भ है प्रचंड) - ३, होए होए होए…