dastoor ibaadat kaa duniyaa se niraalaa ho - - vinod sehgal

Title:dastoor ibaadat kaa duniyaa se niraalaa ho - - vinod sehgal Movie:non-Film Singer:Vinod Sehgal Music:Jagjit Singh Lyricist:Dalip Tahil

English Text
देवलिपि


दस्तूर इबादत का दुनिया से निराला हो
इक हाथ में माला हो इक हाथ में प्याला हो

पूजेंगे सलीक़े से अंदाज़ मगर अपना
हो याद-ए-ख़्हुदा दिल में साक़ी ने सम्भाला हो

मस्ती भी तक़द्दुस भी एक साथ चले दोनों
इक सिम्ट हो मैख़्हाना इक सिम्ट शिवाला हो

मस्जिद की तरफ़ से तू जाना न कभी साक़ी
ज़ाहिद भी कहीं तेरा न चाहनेवाला हो

वोह डूब कर मर जायें मदिरा की सुराही में
माशुक़ ने गर दिल की महफ़िल से निकाला हो