ek thee ladakee meree sahelee ek paradesee door se aayaa ye mat socho kal kyaa hogaa

Title:ek thee ladakee meree sahelee ek paradesee door se aayaa ye mat socho kal kyaa hogaa Movie:Gumrah Singer:Asha Bhonsle Music:Ravi Lyricist:Sahir Ludhianvi

English Text
देवलिपि


एक थी लड़की मेरी सहेली
साथ पली और साथ ही खेली
फूलों जैसे गाल थे उसके
रेशम जैसे बाल थे उसके

हम उसको गुड़िया कहते थे
रंगों की पुड़िया कहते थे
सारी थी मुझे प्यारी थी वो
नन्हीं राजकुलारी थी वो

एक दिन उसने भोलेपन से
पूछा ये पापा से जा के
अब मैं ख़ुश रहती हूँ जैसे
सदा ही क्या ख़ुश रहूँगी ऐसे

पापा बोले मेरी बच्ची
बात बताऊँ तुझ को सच्ची
कल की बात ना कोई जाने
कहते हैं ये सभी सियाने

( ये मत सोचो कल क्या होगा
जो भी होगा अच्छा होगा ) -२

बचपन बीता आई जवानी
लड़की बन गई रूप की रानी
collegeमें इठलाती फिरती
बल खाती लहराती फिरती

एक सुन्दर चंचल लड़के ने
छुप-छुप कर चुपके-चुपके से
लड़की की तस्वीर बनाई
और ये कह कर उसे दिखाई

इस पर अपना नाम तो लिख दो
छोटा सा पैग़ाम तो लिख दो
लड़की पहले तो शरमाई
फिर मन ही मन में मुस्काई

इक दिन उसने भोलेपन से
पूछा ये अपने साजन से
अब मैं ख़ुश रहती हूँ जैसे
सदा ही क्या ख़ुश रहूँगी ऐसे

उसने कहा की मेरी रानी
इतनी बात है मैने जानी

कल की बात ना कोई जाने
कहते हैं ये सभी सियाने

( ये मत सोचो कल क्या होगा
जो भी होगा अच्छा होगा ) -३

ऊँ हूँ -२

इक परदेसी दूर से आया
लड़की पर हक़ अपना जताया
घर वालों ने हामी भर दी
परदेसी की मरज़ी कर दी

प्यार के वादे हुये ना पूरे
रह गये सारे ख़ाब अधूरे
छोड़ के साथी और हमसाये
चल दी लड़की देस पराये

दो बाँहों के हार ने रोका
वादों की दीवार ने रोका
घायल दिल का प्यार पुकारा
आँचल का हर तार पुकारा

पर लड़की कुछ मुँह से ना बोली
पत्थर बन कर ग़ैर की हो ली
अब गुमसुम हैरान सी है वो
मुझसे भी अनजान सी है वो

जब भी देखो चुप रहती है
कहती है तो ये कहती है

कल की बात ना कोई जाने
कहते हैं ये सभी सियाने

( ये मत सोचो कल क्या होगा
जो भी होगा अच्छा होगा ) -३