har qadam par nit nae saanche men

Title:har qadam par nit nae saanche men Movie:Mere Mahboob (Pakistani-Film) Singer:Noorjahan Music:Khalil Ahmed Lyricist:Hamayat Ali Shayar

English Text
देवलिपि


हर क़दम पर नित नए साँचे में ढल जाते हैं लोग
देखते ही देखते कितने बदल जाते हैं लोग

किस लिये कीजे किसी गुम्गश्ता जन्नत की तलाश
जब कि मिट्टी के खिलोनों से बहल जाते हैं लोग

शमा की मानिन्द अह्ल-ए-अंजुमन से बे-नियाज़
अकसर अपनी आग में चुप चाप जल जाते हैं लोग

शयर उन की दोस्ती का अब भी दम भरते हैं आप
ठोकरें खा कर तो सुनते हैं सम्भल जाते हैं लोग