insaaf kaa mandir hai ye bhagavaan kaa ghar hai

Title:insaaf kaa mandir hai ye bhagavaan kaa ghar hai Movie:Amar Singer:Mohammad Rafi, Chorus Music:Naushad Lyricist:Shakeel Badayuni

English Text
देवलिपि


during casting
र: इन्साफ़ का मन्दिर है ये भगवान का घर है -२
को: इन्साफ़ का मन्दिर है ये भगवान का घर है
र: कहना है जो कह दे तुझे किस बात का डर है

है खोट तेरे मन में जो भगवान से है दूर -२
हैं पाँव तेरे
casting ends here

Dilip and Madhubaalaa go to temple
र: इन्साफ़ का मन्दिर है ये भगवान का घर है
कहना है जो कह दे तुझे किस बात का डर है

है खोट तेरे मन में जो भगवान से है दूर -२
हैं पाँव तेरे
हैं पाँव तेरे फिर भी तू आने से है मजबूर
आने से है मजबूर
हिम्मत है तो आ जा ये भलाई की डगर है
इन्साफ़ का मन्दिर है ये भगवान का घर है

दुख दे के जो दुखियों से न इन्साफ़ करेगा
भगवान भी उसको न कभी माफ़ करेगा
ये सोच ले -२
ये सोच ले हर बात की दाता को ख़बर है
दाता को ख़बर है
हिम्मत है तो आ जा ये भलाई की डगर है
को: इन्साफ़ का मन्दिर है ये भगवान का घर है

at the end
र: मायूस न हो हार के तक़दीर की बाज़ी
प्यारा है वो ग़म जिसमें हो भगवान भी राज़ी
दुख दर्द मिले
दुख दर्द मिले जिसमें वोही प्यार अमर हे
वोही प्यार अमर हे
ये सोच ले हर बात की दाता को ख़बर है
को: इन्साफ़ का मन्दिर है ये भगवान का घर है -२