jab pukaaraa hai tujhe apanee sadaa aaee hai

Title:jab pukaaraa hai tujhe apanee sadaa aaee hai Movie:Mehfil-E-Shab (Non-Film) Singer:Mehdi Hasan Music:unknown Lyricist:Mohsin

English Text
देवलिपि


जब पुकारा है तुझे अपनी सदा आई है
दिल की दीवार से लिपटी हुई तन्हाई है

है कोई जौहरी अश्क़ों के नगीनों का यहाँ
आँख बाज़ार में इक जिंस-ए-गिराँ लाई है

दिल की बस्ती में तुम आये हो क्या पाओगे
अब यहाँ कोई तमाशा न तमाशाई है

दिल भी आबाद है इक शहर-ए-ख़मोशाँ की तरह
हर तरफ़ लोग मगर आलम-ए-तन्हाई है

जिस की आँखों से बरसती हैं लहू की बूँदें
ये वोही मोहसिन-ए-आशुफ़्ता-ओ-सौदाई है