jab raaton kee neend aur din kaa chain jaae

Title:jab raaton kee neend aur din kaa chain jaae Movie:Safaari Singer:Sadhana Sargam, Amit Kumar, Mohnish Behl Music:Shyam Mohan Lyricist:Rani Malik

English Text
देवलिपि


क्लूक
कोई समझाए मुझे क्लूक क्या होता क्लूक
मेरी रातों की नींद गई दिन का चैन गया क्या होता है ये क्लूक

जब दिल में धड़कन में कोई आके समा जाएगा
इक पल में तेरे मन में कोई जादू जगा जाएगा
अरे बड़ा तड़पाए वो है क्लूक
जो होश उड़ाए वो है क्लूक

जब रातों की नींद और दिन का चैन जाए
यही होता है ये क्लूक

ये क्या लगा रखा है क्लूक थोड़ी चालाकी थोड़ा धोखा है
बनाओ भोले भालों को बेवकूफ़ मिला अच्छा मौक़ा है
यूं ही कुछ लोग महफ़िल में किसी से क्यूं उलझते हैं
ये दिलवालों की बातें दिलवाले जानते हैं दिलवाले समझते हैं
मैने ज़रा ज़रा ये जाना थोड़ा थोड़ा पहचाना
इस बात का मतलब क्या है इक बार और बतलाना
जब नज़रों की गाड़ी चले छुक छुक छुक
तो दिल में जो होता है वो धुक धुक धुक
जब रातों की नींद ...

ऐसे क्यूं महकाती है पागल हवा
मैं कुछ कुछ समझ गई
मैं कुछ कुछ ना समझी
बहकी बहकी सी क्यूं नशीली घटा
मैं कुछ कुछ समझ गई
मैं कुछ कुछ ना समझी
पास आए जो तू मेरे तो फिर मैं तुझे बताऊं
इन सबको वही हुआ है कैसे तुझको समझाऊं
शरमा के पलक जाए झुक झुक झुक
सीने में साँस जाए रुक रुक रुक
जब रातों की नींद ...

हाँ अब तो समझ गई क्लूक ये क्या होता है क्लूक
कोई मिले किसी से जब छुप छुप छुप
वो सारी उम्र रहे चुप चुप चुप
जब रातों की नींद ...