jabase usane shahar ko chhodaa har rastaa sunasaan huaa

Title:jabase usane shahar ko chhodaa har rastaa sunasaan huaa Movie:Parchhaiyan (Non-Film) Singer:Ghulam Ali Music:Ghulam Ali Lyricist:Mohsin Naqvi

English Text
देवलिपि


जबसे उसने शहर को छोड़ा हर रस्ता सुनसान हुआ
अपना क्या है सारे शहर का इक जैसा नुकसान हुआ

सहरा की मुँह-ज़ोर हवायें औरों से मन्सूब हुईं
मुफ़्त में हम आवारा ठहरे मुफ़्त में घर वीरान हुआ

मेरे हाल पे हैरत कैसी दर्द के तन्हा मौसम में
पत्थर भी रो पड़ते हैं इन्सान तो फिर इन्सान हुआ

उसके ज़ख़्म छुपा कर रखिये ख़ुद उस शख्स की नज़रों से
उससे कैसा शिकवा कीजे वो तो अभी नादान हुआ

यूँ भी कम-आमेज़ था मोहसिन वो इस शहर के लोगों में
लेकिन मेरे सामने आकर और भी कुछ अन्जान हुआ