jaise ik chaand ka tukadaa

Title:jaise ik chaand ka tukadaa Movie:Inteqaam Singer:Kavita Krishnamurthy, Mohammed Aziz, Nitin Mukesh Music:Laxmikant, Pyarelal Lyricist:Anand Bakshi

English Text
देवलिपि


जैसे इक चाँद का टुकड़ा इस गली में ऐसा मुखड़ा
भई किसका है इसका है हाँ हाँ इसका है

आँखों का रंग गुलाबी इस गली में चाल शराबी
भई किसकी है इसकी है हाँ हाँ इसकी है

दिन छोटे लम्बी रातें अब गली गली में बातें
भई किनकी हैं इनकी हैं हाँ हाँ इनकी हैं

हो चैन चुरा ले चाहे नींद उड़ा ले चाहे
सच कहते हैं लोग ये दिल का रोग लगा देता है
ऐसा ये प्यार निगोड़ा अब हाल ये थोड़ा थोड़ा
भई किनका हैं इनका हैं हाँ हाँ इनका हैं

दिल फ़िदा करते हैं जो फ़िदा करते हैं
थोड़े से हैं यार जो करके प्यार वफ़ा करते हैं
झूठी है ये दुनिया सारी दुनिया में सच्ची यारी
भई किनकी हैं इनकी हैं हाँ हाँ इनकी हैं

लोगों का है रेला बस्ती में है मेला
इस मेले में एक मेरे बिन हो कोई नहीं अकेला
देखो ये अकल कहां की हाज़िर हम सारे साथी
भई किसके हैं इसके हैं हाँ हाँ इसके हैं