jhin min jheenee jaaoon na jaaoon piyaa kee galee

Title:jhin min jheenee jaaoon na jaaoon piyaa kee galee Movie:Maqbool Singer:Sadhana Sargam, Anuradha Sriram, Rakesh Pandit, Ustad Sultan Khan Music:Vishal Bhardwaj Lyricist:Gulzar

English Text
देवलिपि


झिन मिन झीनी झिन मिन झीनी झिन मिन झिन मिन झीनी -२
सीधी साधी बातें बातें भोली भाली
बिल्लो मेरी आँखों की कमीनी
झिन मिन झीनी झिन मिन झीनी झिन मिन झिन मिन झीनी

जाऊँ न जाऊँ
जाऊँ न जाऊँ पिया की गली
रंगे पाँव पकड़ी गई जो चली
चिकने चिकने आँगन हैं सय्याँ के घर के
मैं चलना भूल गई रे सय्याँ से डर के
पगली कर दीन्हीं

झिन मिन झीनी झिन मिन झीनी झिन मिन झिन मिन झीनी -२
सीधी साधी बातें बातें भोली भाली

जाऊँ न जाऊँ पिया की गली
रंगे पाँव पकड़ी गई जो चली

आज रंग है ए माँ रंग है री -२
मेरे महबूबी के घर रंग है री
देसी बिदेसी में ढूँढे फिरे हूँओ तो
जब देखूँ मोरे संग है री
आज रंग है -६
आज रंग है ए माँ रंग है री
मेरे महबूबी के घर रंग है री

झिन मिन झीनी झिन मिन झीनी झिन मिन झिन मिन झीनी
सीधी साधी बातें बातें भोली भाली
बिल्लो मेरी आँखों की कमीनी

जाऊँ न जाऊँ पिया की गली
रंगे पाँव पकड़ी गई जो चली

हिदा में छुपा के जिया रख दिया
हथेली पे जल तू बिया रख दिया
रौशन रौशन पैरों से ख़ुद ही शर्माऊँ
मैं इस पग उस पग डोलूँ जाऊँ ना जाऊँ
पगली कर दीनी

झिन मिन झीनी झिन मिन झीनी झिन मिन झिन मिन झीनी
सीधी साधी बातें बातें भोली भाली
बिल्लो मेरी आँखों की कमीनी

जाऊँ न जाऊँ पिया की गली
रंगे पाँव पकड़ी गई जो चली
चिकने चिकने आँगन हैं सय्याँ के घर के
मैं चलना भूल गई रे सय्याँ से डर के
पगली कर दीन्हीं

मोरे पीर पायो -३
निजामुद्दीन औलिया
क़ुतुबुद्दिन औलिया
करीमुद्दिन औलिया
अलाउद्दीन औलिया
नसीरुद्दीन औलिया

अल्लाह का प्यारा वो तो
जग उजियारा वो तो
जग उजियारा
आज रंग है ए माँ रंग है री
मेरे महबूबी के घर रंग है री