kabhee yoon bhee aa meree aankh men

Title:kabhee yoon bhee aa meree aankh men Movie:Rifaaqat (Non-Film) Singer:Ahmed Hussain, Mohammed Hussain Music:Ahmed Hussain-Mohammed Hussain Lyricist:Bashir Badr

English Text
देवलिपि


कभी यूँ भी आ मेरी आँख में कि मेरी नज़र को ख़बर न हो
मुझे एक रात नवाज़ दे, मगर उसके बाद सहर न हो

वो बड़ा रहीम-ओ-करीम है, मुझे ये सिफ़त भी अता करे
तुझे भूलने की दुआ करूँ तो मेरी दुआ में असर न हो

मेरे बाजुओं में थकी-थकी, अभी मह्व-ए-ख़्वाब है
चाँदनी
न उठे सितारों की पालकी, अभी आहटों का गुज़र न हो

कभी दिन की धूप में झूम के, कभी शब के फूल को चूम के
यूँ ही साथ-साथ चलें सदा कभी ख़त्म अपना सफ़र न हो