kitaab-e-dard men likhaa mere gam kaa fasaanaa hai

Title:kitaab-e-dard men likhaa mere gam kaa fasaanaa hai Movie:Sultaana Singer:Akbar Khan Durrani Peshawari? Music:Mushtaq Ahmed (Bareli Wale) Lyricist:unknown

English Text
देवलिपि


किताब-ए-दर्द में लिखा मेरे ग़म का फ़साना है
ब-कूर-ए-यास-ओ-हसरत से भरा दिल का ख़ज़ाना है
किताब-ए-दर्द में लि

न एक लम्हा हा भी जा लाया कभी इस दर-ए-फ़ानी में -२
मिला मौक़ा जिसे मुझको बनाता वो निशाना है
किताब-ए-दर्द में लिखा मेरे ग़म का फ़साना है
ब-कूर-ए-यास-ओ-हस

उमीदें मिट मिट गईं सारी फ़लक़ कि ये भी ज़रीबी से है -२
जिसे अपना समझता था हुआ वो भी बेगाना है
किताब-ए-दर्द में लिखा मेरे ग़म का फ़साना है
किताब-ए-दर्द में लिखा