koee ye kaise bataaye ke vo tanhaa kyon hai

Title:koee ye kaise bataaye ke vo tanhaa kyon hai Movie:Arth Singer:Jagjit Singh Music:Kuldeep Singh Lyricist:Kaifi Azmi

English Text
देवलिपि


कोई ये कैसे बता ये के वो तन्हा क्यों है
वो जो अपना था वोही और किसी का क्यों है
यही दुनिया है तो फिर ऐसी ये दुनिया क्यों है
यही होता हैं तो आखिर यही होता क्यों है

एक ज़रा हाथ बढ़ा, दे तो पकड़ले दामन
उसके सीने में समा जाये हमारी धड़कन
इतनी कुर्बत हैं तो फिर फ़ासला इतना क्यों है

दिल-ए-बरबाद से निकला नहीं अब तक कोई
एक लुटे घर पे दिया करता हैं दस्तक कोई
आस जो टूट गयी फिर से बंधाता क्यों है

तुम मसर्रत का कहो या इसे ग़म का रिश्ता
कहते हैं प्यार का रिश्ता हैं जनम का रिश्ता
हैं जनम का जो ये रिश्ता तो बदलता क्यों है

कुरबत = nearness (opposite of dooree)
मसर्रत = happiness