kyaa miliye aise logon se, jinakee fitarat chhupee rahe

Title:kyaa miliye aise logon se, jinakee fitarat chhupee rahe Movie:Izzat Singer:Mohammad Rafi Music:Laxmikant, Pyarelal Lyricist:Sahir Ludhianvi

English Text
देवलिपि


क्या मिलिये ऐसे लोगों से, जिनकी फ़ितरत छुपी रहे
नकली चेहरा सामने आए, असली सूरत छुपी रहे

खुद से ही जो खुद को छुपाए, क्या उनसे पहचान करें
क्या उनके दामन से लिपटें, क्या उनका अरमान करें
जिनकी आधी नीयत उभरे, आधी नीयत छुपी रहे,
नकली ...

दिलदारी का ढोंग रचाकर, जाल बिछाए बातों का
जीते जी का रिश्ता कहकर, सुख ढूँढे कुछ रातों का
रूह की हसरत लब पे आए, जिस्म की हसरत छुपी रहे,
नकली ...