majhadhaar men doob gaee kaahe ab re balam

Title:majhadhaar men doob gaee kaahe ab re balam Movie:Buzdil Singer:Surinder Kaur Music:S D Burman Lyricist:Kaifi Azmi

English Text
देवलिपि


मझधार में कश्ति डूब गई
कुच्च ऐसा नसीबा फूट गया
जब हाथ बढ़े दामन की तरफ़
दामन भी तुम्हारा रूठ गया
काहे अब रे बलम
धीरे धीरे तेरा ग़म ढाये दिल पे सितम
काहे अब रे बलम ...

तू लाख सता, तू लाख रुला
उलफ़त को मिटाना मुश्किल है
क़दमों पे तेरे जो डाल दिया
उस दिल को उठाना मुश्किल है
कैसे बाज़ाएँ हम
धीरे धीरे तेरा ग़म ढाये दिल पे सितम
कैसे बा ज़ाएँ हम ...