nigaah-e-mast-e-saaqee kaa salaam aayaa to kyaa hogaa

Title:nigaah-e-mast-e-saaqee kaa salaam aayaa to kyaa hogaa Movie:Kalaam-E-Mohabbat (Non-Film) Singer:Ghulam Ali Music:Allahuddin Khan Lyricist:Sant Darshan Singh Ji Maharaj

English Text
देवलिपि


निगाह-ए-मस्त-ए-साक़ी का सलाम आया तो क्या होगा
अगर फिर तर्क-ए-तौबा का पयाम आया तो क्या होगा

हरम वाले तो पूछेंगे बता तू किसका बन्दा है
ख़ुदा से पहले लब पर उनका नाम आया तो क्या होगा

मुझे मंज़ूर उनसे मैं न बोलूँगा मगर नासेह
अगर उनकी निगाहों का सलाम आया तो क्या होगा

मुझे तर्क-ए-तलब मंज़ूर लेकिन ये तो बतला दो
कोई ख़ुद ही लिये हाथों में जाम आया तो क्या होगा

मुहब्बत के लिये तर्क-ए-तअल्लुक़ ही ज़ुरूरी हो
मुहब्बत में अगर ऐसा मकाम आया तो क्या होगा