pyaar jab naa diyaa zindagee ne kabhee

Title:pyaar jab naa diyaa zindagee ne kabhee Movie:Sitamgar Singer:Kishore Kumar Music:R D Burman Lyricist:Majrooh Sultanpuri

English Text
देवलिपि


प्यार जब ना दिया ज़िंदगी ने कभी
फिर सितमगर कौन हुआ आदमी या ज़िंदगी

जुर्म की है सज़ा, ये तो जानें सभी
कोई मुजरिम क्यूँ बना ये नहीं मानें कभी
साथ जब ना दिया ज़िंदगी ने कभी
फिर सितमगर कौन हुआ आदमी या ज़िंदगी

दाग़ लगता रहे, फिर भी जीना पड़े
ज़िल्लतों रुसवाइयों का ज़हर भी पीना पड़े
रहम जब ना किया ज़िंदगी ने कभी
फिर सितमगर कौन हुआ आदमी या ज़िंदगी

वो तो कहता रहा, ज़िंदगी के लिये
एक मुहबात के सिवा कुछ न मुझको चाहिये
प्यार जब ना दिया ज़िंदगी ने कभी
फिर सितमगर कौन हुआ आदमी या ज़िंदगी