thahare huye paanee men kankar na maar

Title:thahare huye paanee men kankar na maar Movie:Dalaal Singer:Kumar Sanu, Sadhana Sargam Music:Bappi Lahiri Lyricist:Prakash Mehra-Maya Govind

English Text
देवलिपि


male Version

( ठहरे हुये पानी में कंकर न मार साँवरी
मन में हलचल सी मच जायेगी बावरी हो ) -२
ठहरे हुये पानी में

मेरे लिये है तू अनजानी तेरे लिये हूँ मैं बेगाना
अनजाने ने बेगाने का दर्द भला कैसे पहचाना
जो इस दुनिया ने ना जाना

ठहरे हुये पानी में कंकर न मार साँवरी
मन में हलचल सी मच जायेगी बावरी हो
ठहरे हुये पानी में

सब फूलों के हैं दीवाने काँटों से दिल कौन लगाये
भोली सजनी मैं हूँ काँटा क्यूँ अपना आँचल उलझाये
रब तुझको काँटों से बचाये

ठहरे हुये पानी में कंकर न मार साँवरी
मन में हलचल सी मच जायेगी बावरी हो
ठहरे हुये पानी में

तुम ही बताओ कैसे बसेगी दिल के अरमानों की बस्ती
ख़ाब अधूरे रह जायेंगे मिट जायेगी इनकी हस्ती
चलती है क्या रेत पे कश्ती

( ठहरे हुये पानी में कंकर न मार साँवरी
मन में हलचल सी मच जायेगी बावरी हो ) -२
ठहरे हुये पानी में

female Version

( ठहरे हुये पानी में कंकर न मार साँवरे
मन में हलचल सी मच जायेगी बावरे हो ) -२
ठहरे हुये पानी में

तेरे लिये हूँ मैं अनजानी मेरे लिये है तू बेगाना
बेगाने ने अनजाने का दर्द भला कैसे पहचाना
जो इस दुनिया ने ना जाना

ठहरे हुये पानी में कंकर न मार साँवरे
मन में हलचल सी मच जायेगी बावरे हो
ठहरे हुये पानी में

सब फूलों के हैं दीवाने काँटों से दिल कौन लगाये
भोले राही मैं हूँ काँटा क्यूँ अपना दामन उलझाये
रब तुझको काँटों से बचाये

ठहरे हुये पानी में कंकर न मार साँवरे
मन में हलचल सी मच जायेगी बावरे हो
ठहरे हुये पानी में

तुम ही बताओ कैसे बसेगी दिल के अरमानों की बस्ती
होऽ ख़ाब अधूरे रह जायेंगे मिट जायेगी इनकी हस्ती
चलती नहिं है रेत पे कश्ती

( ठहरे हुये पानी में कंकर न मार साँवरे
मन में हलचल सी मच जायेगी बावरे हो ) -२
ठहरे हुये पानी में