yashodaa kaa nandalaalaa brij kaa ujaalaa hai

Title:yashodaa kaa nandalaalaa brij kaa ujaalaa hai Movie:Sanjog Singer:Lata Mangeshkar Music:Laxmikant, Pyarelal Lyricist:Anjaan

English Text
देवलिपि


ज़ु ज़ु ज़ू ज़ु ज़ू ज़ु ज़ु ज़ु ज़ु ज़ू
यशोदा का नंदलाला बृज का उजाला है
मेरे लाल से तो सारा जग झिलमिलाए
ज़ु ज़ु ज़ू ज़ु ज़ू ज़ु ज़ु ज़ु ज़ु ज़ू
रात ठंडी ठंडी हवा, गा के सुलाए
भोर गुलाबी पलकें, खोल के जगाए

दो अँखियों में तुझे बसाके
जाने कब से जागूँ
तू माँगे तो चाँद भी दे दूँ
तुझ से कुछ ना माँगूँ
खोल तू आँखें देख यहाँ हूँ
और नहीं कोई मैं तेरी माँ हूँ, ज़ु ज़ु ज़ू ...
तेरे लिये कैसे कैसे सपने सजाए, मेरे लाल से ...

जाने कब ये आती जाती
सांस कहाँ थम जाए
देख मुरझाता फूल टूट के
डाली से कब गिर जाए
तू जो मुझे माँ माँ ... माँ, रहके बुलाए
रूह को मेरी चैन आ जाए, ज़ु ज़ु ज़ू ...
सो जाए ऐसे फिर ना जागूँ जगाए, मेरे लाल से ...