ye raat bhee jaa rahee hai ke gam kee ghataa chhaa rahee hai

Title:ye raat bhee jaa rahee hai ke gam kee ghataa chhaa rahee hai Movie:Sau Saal Baad Singer:Kishore Kumar Music:Laxmikant, Pyarelal Lyricist:Anand Bakshi

English Text
देवलिपि


ये रात भी जा रही है
के ग़म की घटा छा रही है
मेरे हमदम तू नहीं आया
ये रात भी जा ...

नहीं जिस तरफ़ कोई मंज़िल उसी राह पे चल रही हूँ
तेरी याद में ओ सितमगर शमा की तरह जल रही हूँ -२
शमा बुझी जा रही है
मेरे हमदम तू ...

कोई दुश्मनी आसमाँ की मुहोब्बत की हर दास्ताँ की
कहीं ये न हो कि तू आए चले जाएँ हम इस जहाँ से -२
होंठों पे जाँ आ रही है
मेरे हमदम तू ...

ये रात भी ( जा रही है ) -३