zamaane men ajee aise kaee naadaan hote hain

Title:zamaane men ajee aise kaee naadaan hote hain Movie:Jeevan Mrityu Singer:Lata Mangeshkar Music:Laxmikant, Pyarelal Lyricist:Anand Bakshi

English Text
देवलिपि


ज़माने में अजी ऐसे कई नादान होते हैं
वहाँ ले जाते हैं कश्ती जहाँ तूफ़ान होते हैं

शमा की बज़्म में आ कर के परवाने समझते हैं
यहीं पर उम्र गुज़रेगी यह दीवाने समझते हैं
मगर इक रात के यह तो फ़क़त मेहमान होते हैं
ज़माने में ...

मोहब्बत सबकी मह्फ़िल में शमा बन कर नहीं जलती
हसीनों की नज़र सब पे छुरी बन कर नहीं चलती
जो हैं तक़दीर वाले बस वही क़ुर्बान होते हैं
ज़माने में ...

डुबो कर दूर साहिल से नज़ारा देखनेवाले
लगा कर आग चुप के से तमाशा देखनेवाले
तमाशा आप बनते हैं तो क्यों हैरान होते हैं
ज़माने मेइं ...